इंडेक्स फंड में निवेश

भारत में इंडेक्स फंड में निवेश कैसे करें

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हमारे चारों तरफ रेडीमेड स्नैक्स भरे हुए हैं. बाजार में रेडी-टू-ईट नूडल्स, कटलेट और यहां तक कि पराठे भी भरे हुए हैं और इन्होंने हमारे जीवन को बहुत आसान बना दिया है. अब कल्पना कीजिए कि निवेश के लिए भी एक वैसा ही तैयार पैकेज होता, जिसमें आप निवेश कर पाते. आपको सही सिक्योरिटीज का चुनाव करने के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं होती और आप आसानी से ऐसे फंड में निवेश कर पाते, जिसमें वे सब हों. इंडेक्स फंड एक बेंचमार्क को फॉलो करते हैं, जो आपको एक-एक कर स्टॉक का चुनाव करने की परेशानी दिए बिना ब्रॉड मार्केट का एक्सपोजर प्रदान करता है. अगर आप सोच रहे हैं कि भारत में इंडेक्स फंड में निवेश कैसे करें, तो इस आर्टिकल में आपकी जरूरत का सबकुछ है.

इंडेक्स फंड क्या हैं? 

इंडेक्स फंड एक तरह के म्यूचुअल फंड हैं, जो किसी बेंचमार्क इंडेक्स की नकल करते हैं. ये फंड अंडरलाइंग इंडेक्स के पोर्टफोलियो की नकल कर उसमें शामिल सभी सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं. भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के अनुसार, इंडेक्स फंड को किसी खास इंडेक्स की सिक्योरिटीज में कम से कम 95% निवेश करना होता है.

इंडेक्स फंड कैसे काम करते हैं? 

इंडेक्स फंड को किसी खास मार्केट इंडेक्स के प्रदर्शन को दोहराने के लिए डिजाइन किया गया है. इंडेक्स एक पैसिव इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटजी को फॉलो करते हैं, जिसे अंडरलाइंग बेंचमार्क के रिटर्न को मैच करने के लिए डिजाइन किया जाता है.

आइए एक ऐसे इंडेक्स फंड के उदाहरण से समझते हैं, जो निफ्टी 50 इंडेक्स को ट्रैक करता है मतलब निफ्टी 50 इंडेक्स फंड. निफ्टी 50 भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध टॉप 50 शेयरों का प्रतिनिधित्व करता है. चूंकि इंडेक्स फंड निफ्टी 50 इंडेक्स की नकल कर रहा है, इसलिए वह निफ्टी 50 इंडेक्स के समान अनुपात में टॉप 50 शेयरों में निवेश करेगा. इसका मतलब हुआ कि अगर कोई खास स्टॉक निफ्टी इंडेक्स में 5% हिस्सेदारी रखता है, तो इंडेक्स फंड अपने पूरे एसेट का 5% उस स्टॉक में निवेश करेगा.

अगर आप अभी भी इंडेक्स फंड में निवेश के बारे में निश्चित नहीं हो पा रहे हैं, तो आप उनके फायदों के बारे में पढ़ने के बाद अपना निर्णय लेने में सक्षम हो सकते हैं.

इंडेक्स फंड में निवेश करने के फायदे

  • डायवर्सिफिकेशन: इंडेक्स फंड आपको सिक्योरिटीज व कंपनियों के एक ऐसे बास्केट में निवेश करने की सुविधा देकर डायवर्स पोर्टफोलियो दे सकता है, जो एक खास मार्केट इंडेक्स को प्रतिरूपित करता है.
  • कम लागत: इंडेक्स फंड पैसिव तरीके से मैनेज होने वाले फंड होते हैं और आमतौर पर एक्टिव तरीके से मैनेज होने वाले फंड की तुलना में इनका एक्सपेंस रेशियो कम होता है. ये फंड बस एक सूचकांक को ट्रैक करते हैं और इस कारण कम रिसर्च व मैनेजमेंट की जरूरत होती है, जिससे फीस कम हो जाती है.
  • आसान एवं पारदर्शी: अंडरलाइंग इंडेक्स की संरचना निवेशकों के लिए सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होती है. जब आप किसी इंडेक्स फंड में निवेश करते हैं, तो आपको पूरी पारदर्शिता का फायदा मिलता है और आप अपने फंड की अंडरलाइंग सिक्योरिटीज को आसानी से समझ सकते हैं.

भारत में इंडेक्स फंड में निवेश करना एक सीधी प्रक्रिया है. भारत में इंडेक्स फंड में निवेश कैसे करें, इस बारे में स्टेप-बाय-स्टेप गाइड देखें.

भारत में इंडेक्स फंड में कैसे निवेश करें?

आप इंडेक्स फंड में ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश कर सकते हैं. दोनों के स्टेप कमोबेश एक जैसे ही होते हैं, जैसा कि नीचे बताया गया है: 

  • बाजार में उपलब्ध विभिन्न इंडेक्स फंडों को एक्सप्लोर करें
  • इंडेक्स फंड में निवेश करने के लिए किसी प्रतिष्ठित म्यूचुअल फंड हाउस या इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म को चुनें
  • अपने ग्राहक को जानें (केवाईसी) के जरूरी दस्तावेज जमा करें, जैसे पैन कार्ड, पहचान का प्रमाण, आदि
  • आप जितना निवेश करना चाहते हैं, वह रकम तय करें.
  • नियमित सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) सेट करें या एकमुश्त निवेश

 ऑफलाइन निवेश के मामले में, आपको उस एसेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) से संपर्क करना होगा, जो वह इंडेक्स फंड ऑफर कर रही है, जिसमें आप निवेश करना चाहते हैं, उनका अप्लिकेशन फॉर्म भरें और जरूरी दस्तावेजों के साथ उसे जमा कराएं.

निष्कर्ष

इंडेक्स फंड में निवेश करने की प्रक्रिया अन्य म्यूचुअल फंड में निवेश के जैसी ही है. हालांकि, अपने लक्ष्यों के अनुसार सही फंड का चयन करना जरूर सुनिश्चित करें. अपने लक्ष्यों पर रिसर्च करने और उनका मूल्यांकन करने में समय लग सकता है, लेकिन यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए.

 

निवेशकों को जागरूक करने के लिए एडलवाइज म्यूचुअल फंड की पहल.


म्यूचुअल फंड के सभी निवेशकों को केवाईसी की प्रक्रिया से एक बार गुजरना पड़ता है. निवेशकों को केवल रजिस्टर्ड म्यूचुअल फंड (आरएमएफ) के साथ ही डील करना चाहिए. केवाईसी, आरएमएफ और किसी भी शिकायत को दर्ज करने/निपटाने की प्रक्रिया के बारे में अधिक जानकारी के लिए, यहां विजिट करें - https://www.edelweissmf.com/kyc-norms  

 

म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं. योजना से संबंधित सभी दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें.

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