आईपीओ - इश्यू प्राइस व अन्य विवरण

आईपीओ - इश्यू प्राइस व अन्य विवरण

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भारत में आईपीओ या इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग के लिए 2021 एक ऐतिहासिक साल रहा जिसमें 63 कंपनियों ने आईपीओ से 1.2 लाख करोड़ रुपये जुटाए. इस अनुकरणीय उपलब्धि की वजह से साल 2021 आईपीओ के लिहाज से 20 साल की अवधि में सबसे शानदार वर्ष रहा. इसकी तुलना में मार्केट में नकारात्मक धारणा और वैश्विक मंदी की आशंका की वजह से साल 2022 आईपीओ के लिए मंदा रहा जिसमें 12 महीने की अवधि [1] में कंपनियां इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग से केवल 57,000 करोड़ रुपये जुटा पाईं. अगर आप भारत में सूचीबद्ध आईपीओ की तलाश कर रहे हैं और आईपीओ के पहलुओं को लेकर किसी तरह का अनुमान तय करना चाहते हैं तो इस मार्केट में इस समय थोड़ी सुस्ती है.


हाल में सूचीबद्ध आईपीओ कौन-कौन से हैं?

जैसा कि इस शब्द से पता चलता है कि हाल में सूचीबद्ध आईपीओ का मतलब ऐसी कंपनियों से जिनकी लिस्टिंग हाल-फिलहाल में बंबई स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर हुई हो. इस चरण तक पहुंचने के लिए एक कंपनी को कई कदम उठाने पड़ते हैं. इनमें बोली लगाने की प्रक्रिया, शेयरों का आवंटन और उसके बाद लिस्टिंग होती है. ग्रे मार्केट और आईपीओ की मांग के आधार पर हाल में सूचीबद्ध आईपीओ की लिस्टिंग या तो प्रीमियम (इश्यू प्राइस से ज्यादा कीमत पर) या डिस्काउंट (इश्यू प्राइस से कम कीमत पर) के साथ हुई है.

क्या होता है जब किसी आईपीओ की लिस्टिंग होती है?

जब किसी कंपनी का आईपीओ सफलतापूर्वक पूरा हो जाता है तो कंपनी की लिस्टिंग सूचकांकों पर होती है. इसका मतलब ये होता है कि कंपनी के शेयर स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध होते हैं. इसलिए आईपीओ की लिस्टिंग के बाद निवेशक और स्टॉक मार्केट में निवेश करने वाले खुले बाजार शेयरों की खरीद-बिक्री कर पाते हैं. इससे अलावा लिस्टिंग के दिन आईपीओ निवेशकों के पास फायदे के साथ या फिर थोड़े नुकसान के साथ मार्केट से एक्जिट करने का एक शानदार मौका होता है.

लिस्टिंग के दिन हाल में लिस्टेड आईपीओ के शेयर की कीमत कैसे तय की जाती है?

अब आप ये सोच रहे होंगे कि कोई भी कंपनी लिस्टिंग के दिन शेयर की कीमत किस तरह तय करती है. तो, ऐसा है कि लिस्टिंग के दिन नियमित ट्रेडिंग सत्र शुरू होने से एक घंटा पहले प्राइस डिस्कवरी सेशन या ‘कॉल ऑक्शन’ के जरिए शेयर की कीमत तय की जाती है. कॉल ऑक्शन में शेयरों की भारित औसत मूल्य के आधार पर ही लिस्टिंग के दिन सामान्य ट्रेडिंग शुरू होने पर सर्किट फिल्टर की गणना की जाती है.

लिस्टिंग गेन या लिस्टिंग पर होने वाला फायदा क्या है?

एक निवेशक के तौर पर क्या आप किसी ऐसे आईपीओ में निवेश करेंगे जिसके बारे में आपको लगता है कि लिस्टिंग के दिन शेयर की कीमत आईपीओ प्राइस से नीचे रहेगी? आप किसी भी आईपीओ में लिस्टिंग के समय लाभ कमाने की उम्मीद के साथ निवेश करते हैं. आईपीओ के खुलने पर जो मूल्य रहता है, उसमें से अलॉटमेंट के समय के कटऑफ प्राइस को घटा देने पर जो रकम बचती है, उसे लिस्टिंग पर होने वाले फायदे के तौर पर देखा जाता है. उदाहरण के लिए, अलॉटमेंट के समय कटऑफ प्राइस 150 रुपये रहता है और स्टॉक की लिस्टिंग 200 रुपये पर होती है तो आपको लिस्टिंग पर 50 रुपये का फायदा होगा.

क्या मैं लिस्टिंग के दिन आईपीओ शेयरों को बेच सकता हूं?

आप लिस्टिंग पर फायदा कमाने या आईपीओ के डिस्काउंट के साथ लिस्ट होने पर अपने घाटे को एक दायरे तक सीमित करने के लिए लिस्टिंग के दिन आईपीओ शेयरों की ट्रेडिंग कर सकते हैं. मार्केट आउटलुक और उसके प्रदर्शन के आधार पर आप लिस्टिंग के दिन शेयरों की खरीद-बिक्री दोनों कर सकते हैं. आप अपने इंवेस्टमेंट एप्लीकेशन में लॉग-इन करके सारे शेयरों या कुछ शेयरों की बिक्री का ऑर्डर प्लेस कर सकते हैं. 

आईपीओ का प्रदर्शन

आईपीओ के प्रदर्शन या परफॉर्मेंस का मतलब इस बात से है कि इंवेस्टमेंट बैंकों द्वारा किए जाने प्रमोशन की तुलना में हाल में सूचीबद्ध यानी लिस्टेड स्टॉक का प्रदर्शन कैसा है. उदाहरण के लिए, आपने इस बात पर गौर किया होगा कि कुछ आईपीओ जिनकी संभावनाओं के बारे में खूब चर्चा होती है, डिस्काउंट के साथ लिस्ट होते हैं. ऐसे में बताई गई संभावनाओं की तुलना में आईपीओ के वास्तविक प्रदर्शन को ही आईपीओ परफॉर्मेंस या प्रदर्शन कहते हैं.

[1] https://groww.in/blog/ipo-performance-in-india

आईपीओ का प्रदर्शन चेक करने का तरीका

आप अपने इंवेस्टमेंट एप्लीकेशन में लॉग-इन करके हाल में लिस्टेड, वर्तमान में ओपन, आगामी और हाल में क्लोज ऐसे आईपीओ के प्रदर्शन की व्यापक समीक्षा कर सकते हैं जिसकी लिस्टिंग अभी होनी है. सब्सक्रिप्शन स्टेटस पर गौर करके आप मौजूदा समय में ओपन आईपीओ के परफॉर्मेंस को चेक कर सकते हैं. जिन आईपीओ को सब्सक्राइब करने की तारीख बीत चुकी है, उनके लिए आप ऐप द्वारा उपलब्ध कराए गए इनसाइट्स की समीक्षा कर सकते हैं. 

आईपीओ के लिए कैसे अप्लाई करें?

आप अपने ऐप में लॉग-इन करने के बाद आईपीओ सेक्शन में जाकर मौजूदा ओपन आईपीओ में से अपनी पसंद के आईपीओ में निवेश कर सकते हैं. यहां आपको लॉट साइज और निवेश की रकम की जानकारी मिल जाएगी. आप जितने लॉट के लिए अप्लाई करना चाहते हैं, उन्हें चुनिए और पेमेंट का तरीका चुनने के बाद सबमिट पर क्लिक कर दीजिए. जब आप आईपीओ के लिए अप्लाई करते हैं तो आपका ऐप आपके अकाउंट में जमा रकम को ब्लॉक करने के लिए एक मैंडेट नोटिफिकेशन भेजता है. इस रिक्वेस्ट को मंजूरी देने के बाद अलॉटमेंट की अवधि का इंतजार करिए.

आईपीओ में निवेश की प्रक्रिया आसान और सरल है लेकिन आपको पूरी जांच-पड़ताल करने और विश्लेषण के बाद ही किसी आईपीओ में निवेश करना चाहिए.


निवेशकों को जागरूक करने के लिए एडलवाइज म्यूचुअल फंड की पहल.


सभी म्यूचुअल फंड निवेशकों को एक बार केवाईसी प्रोसेस को पूरा करना होता है. निवेशकों को केवल रजिस्टर्ड म्यूचुअल फंड (आरएमएफ) के साथ डील करनी चाहिए. केवाईसी, आरएमएफ से जुड़ी अधिक जानकारी और किसी भी तरह की शिकायत दर्ज कराने का प्रोसेस जानने के लिए विजिट करें: https://www.edelweissmf.com/kyc-norms  

 

म्यूचुअल फंड निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. कृपया निवेश करने से पहले सभी दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें.

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