केंद्रीय बजट 2023 के बाद निवेश के लोकप्रिय अवसर

केंद्रीय बजट 2023 के बाद निवेश के लोकप्रिय अवसर

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हर बजट अपने साथ कई तरह के बदलाव और इच्छुक व्यक्तियों के लिए निवेश के मौके लेकर आता है और एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया बजट कोई अपवाद नहीं था. बजट में जिस प्रकार आयकरदाताओं के कर पर होने वाले खर्च को कम करने के लिए उल्लेखनीय प्रयास किए गए हैं, उससे आपके पास वित्तीय आजादी के लिए बचत और निवेश के लिए आपके हाथ में ज्यादा रकम होगी. अगर आप बजट के तुरंत बाद नए साल के निवेश की शुरुआत करना चाहते हैं तो आपको इन अवसरों को अपने दिमाग में रखना चाहिए और निवेश के लिए ये सेक्टर सबसे उपयुक्त हैं.


केंद्र में हैं ये निवेश के ये मौके

हर निवेशक के पास कई तरह की परिसंपत्तियों में से एक को चुनने का मौका है और आपका फैसला आपके निजी इंवेस्टर प्रोफाइल पर आधारित होना चाहिए जिसमें आपकी जोखिम लेने की क्षमता, रिटर्न से जुड़ी जरूरत, वित्तीय लक्ष्य और निवेश की अवधि से जुड़े पहलू शामिल होते हैं. इन पहलुओं के आधार पर आप बॉन्ड्स, सरकारी प्रतिभूतियों, म्यूचुअल फंड और स्टॉक मार्केट में से अपने लिए उपयुक्त विकल्प को चुन सकते हैं. इस साल में निवेश के सबसे अच्छे मौकों में सरकारी बॉन्ड्स जैसी निश्चित आय वाली प्रतिभूतियां शामिल हैं. राजकोषीय घाटे के तुलनात्मक रूप से नीचे आने और सरकार द्वारा कर्ज लेने को लेकर किसी तरह का सरप्राइज नहीं देने की वजह से सरकारी बॉन्ड्स सबसे अच्छे अवसर के तौर पर उभरे हैं. इनके अलावा मार्केट से लिया जाने वाला कुल कर्ज 15.4 लाख करोड़ रुपय रहने का अनुमान लगाया गया है जो बाजार की उम्मीद [1] से थोड़ा कम है. ये पहलू अर्थव्यवस्था की मजबूती की ओर इशारा करते हैं और संकेत देते हैं कि डेट मार्केट का प्रदर्शन अच्छा रहेगा.


किन थीम और सेक्टर पर किया जा सकता है गौर

2023 के लोकप्रिय थीम और सेक्टर पर गौर किया जाए तो बजट में अमृतकाल के लिए सात स्तंभों पर सबसे ज्यादा जोर दिया गया है. इनमें समावेशी विकास, अंतिम छोर तक पहुंचना, इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं निवेश, क्षमता को उजागर करना, हरित वृद्धि, युवा शक्ति और वित्तीय सेक्टर शामिल हैं. इसलिए बजट में इन सेक्टरों और थीम पर बहुत अधिक ध्यान दिया गया है. इसका मतलब ये है कि ये सेक्टर निवेश के लिए असाधारण मौके प्रदान करेंगे. सस्टेनिबिलिटी और स्वच्छ ऊर्जा से जुड़े लक्ष्य इस बात की ओर इशारा करते हैं कि अक्षय ऊर्जा भविष्य में निवेश के लिए एक शानदार विकल्प साबित हो सकता है. इसके अलावा इन्फ्रास्ट्रक्चर, डिजिटलीकरण, कृषि, आवासीय एवं शहरी विकास, रक्षा, विनिर्माण और रेलवे जैसे सेक्टर या थीम भी निवेश के अच्छे विकल्प साबित हो सकते हैं. इनमें से हर थीम और हर सेक्टर को बजट से बहुत अधिक फायदा होने वाला है और इक्विटी एवं इक्विटी म्यूचुअल फंड के जरिए इनकी ग्रोथ में भागीदार बनने का ये सबसे उपयुक्त समय है. इन परिस्थितियों में म्यूचुअल फंड एसआईपी भी एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है क्योंकि आप अलग-अलग तरीके से निवेश कर सकते हैं और साथ-ही-साथ कम्पाउंडिंग एवं रुपया लागत औसत जैसे फायदे भी उठा सकते हैं.

[1]https://economictimes.indiatimes.com/mf/analysis/budget-2023-debt-mutual-funds-to-gain-from-governments-lower-fiscal-deficit-borrowing-numbers/articleshow/97521308.cms 

 

निष्कर्ष

बजट में निवेशकों के लिहाज से कई बातें महत्वपूर्ण हैं. इनमें सबसे अहम है कि इस वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी वृद्धि दर सात फीसदी रह सकती है. यह काफी चिंताजनक वैश्विक परिस्थितियों में मजबूती का संकेत है, जब कई देश सुस्ती और मंदी का सामना कर रहे हैं. निवेशकों के लिए एक और अच्छी खबर ये रही कि बजट में व्यक्तिगत करदाताओं के लिए कर प्रणाली को और सरल कर दिया गया है और टैक्स स्लैब को घटाकर पांच कर दिया गया है और टैक्स की छूट सीमा को बढ़ाकर सात लाख रुपये प्रति वर्ष कर दिया है. अमृतकाल में भारत की विकास यात्रा का मार्गदर्शन करने वाले सात स्तंभों या सप्तऋषियों को ध्यान में रखते हुए बजट में कहा गया है कि कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए ओपन-सोर्स डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर और एग्रीकल्चरल एक्सेलरेटर फंड की स्थापना की जाएगी. इसके अलावा बजट में उभरते हुए रेलवे सेक्टर के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपये का अब तक का सबसे बड़ा आवंटन किया गया है. 

बजट में ग्रीन हाइड्रोजन, भंडारण और स्वच्छ ऊर्जा के ट्रांसमिशन पर भी जोर दिया गया है क्योंकि इस बात की उम्मीद की जा रही है कि ये 2070 तक नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन के भारत के लक्ष्य को हासिल करने में मददगार साबित होंगे. पीएम आवास योजना के लिए आवंटन को बढ़ाकर 79,000 करोड़ रुपये कर दिया गया है जबकि डिजिटल इंडिया कार्यक्रम को 4,795.24 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि मिली.  

कुल-मिलाकर यह एक लोक-लुभावन बजट साबित हुआ जो लंबी अवधि में टिकाऊ संपत्ति के सृजन के इच्छुक व्यक्तियों को निवेश के विभिन्न संकेत दे रहा है. यह आपके इंवेस्टमेंट पोर्टफोलियो के पुनर्गठन और बजट से जुड़े मौकों का कई गुना लाभ उठाने का सबसे अच्छा समय है.


निवेशकों को जागरूक करने के लिए एडलवाइज म्यूचुअल फंड की पहल.


सभी म्यूचुअल फंड निवेशकों को एक बार केवाईसी प्रोसेस को पूरा करना होता है. निवेशकों को केवल रजिस्टर्ड म्यूचुअल फंड (आरएमएफ) के साथ डील करनी चाहिए. केवाईसी, आरएमएफ से जुड़ी अधिक जानकारी और किसी भी तरह की शिकायत दर्ज कराने का प्रोसेस जानने के लिए विजिट करेंhttps://www.edelweissmf.com/kyc-norms  

 

म्यूचुअल फंड निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले सभी दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें.

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